Posted by NOKARI MAHITI on Wednesday, 21 September 2016
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इंजीनियरिंग |
इंजीनियरिंग और डॉक्टरी दो ऐसे करियर है,जिन्हें अपनाने की ललक प्राय: सभी मेधावी छात्रोमे होती है.लेकिन विडम्बना यह है की इन में प्रवेश सम्बन्धी प्रमाणिक जानकारी प्राय: छात्रोंको नहीं होती.इसलिए ज्यादातर छात्र योग्यता होते हुए भी भटक जाते है आर निराश हो जाते है.
अत: बेहतर है की आप पहले इंजीनियरिंग में प्रवेश सम्बन्धी जानकारी जुटाएं,जिस के आधार पर इंजीनियरिंग को अपना करियर बनाकर आगे बढे.
सीटों की स्तिथि
हर राज्य में सीटोंपर प्रर्थियोंकि भरती के लिए अलगअलग प्रावधान है और उनके प्रतिशत का आधार भी अलगअलग है.अनुसूचित जाती, अनुसूचित जनजाती, पिछड़ा वर्ग,शारीरिक रूप से विकलांग,पूर्व सैनिक के बच्चे आदि के लिए भिन्नभिन्न कॉलेज में भिन्नभिन्न मानदंड निस्चित किये जाते है.कुछ कॉलेज में दुसरे राज्योंके छात्रोंके लिए स्थान नहीं है.लेकिन अधिकतर कॉलेज में दुसरे राज्योंके छात्रों के लिए १५-२० प्रतिशत सीटे आरक्षित रहती है.कुछ कॉलेज में यह अनुपात ५० प्रतिशत तक है.
आयु सीमा
अधिकांश कॉलेज में इंजीनियरिंग के पाठ्यक्रम के लिए न्यूनतम आयु १७ वर्ष और अधिकतम आयु २१ वर्ष रखी गयी है.लेकिन ऐसे कॉलेज की भी कमी नहीं है,जहा ऐसी कोई आयु सीमा निर्धारित नही की गयी है.अत: वहा किसी भी उम्र का व्यक्ति योग्यता के अनुसार कॉलेज में प्रवेश ले सकता है.
प्रवेश योग्यता
इंजीनियरिंग के कोर्स के लिए न्यूनतम योग्यता १०+२ या इंटरमीडिएट है,जिस में भौतिकी,रसायन व गणित अनिवार्य हो.कुछ कॉलेज या कोर्स में इंजीनियरिंग डिप्लोमा या बी.एम्.सी.न्यूनतम योग्यता है.
फॉर्म मंगवाने का समय
अधिकांश संस्थानोमें प्रवेश के लिए फॉर्म मंगवानेका समय अप्रैल माह तक प्रारंभ हो जाता है.विद्यार्थियोंको परिशिष्ट-३ में दिए गए माहिती के अनुसार कॉलेज में पत्राचार करना चाहिए और फॉर्म मंगवाने ले चाहिए.फॉर्म मंगवाने की तित्जी एक दो दिन बाद फॉर्म भरने की अंतिम तिथि होती है और उसके एक माह बाद लिखित परीक्षा या साक्षात्कार होता है.
प्रवेश परीक्षा
आजकल इंजीनियरिंग के कोर्से में प्रवेश के लिए प्रवेश परीक्षा में प्राप्त अंको के आधार पर प्रर्थियोंका चयन किया जाता है और उन्हें साक्षात्कार के लिए बुलाया जाता है.प्रवेश परीक्षा में भौतिकी,रसायन और गणित विषय होते है.सफल प्रर्थियोंको इंजीनियरिंग कोर्स में योग्यता क्रम(मेरिट) के आधार पर प्रवेश दिया जाता है.कच्छ कॉलेज में अब भी १०+२ या इंटरमीडिएट परिक्षा में प्राप्त अंको के आधार पर योग्यता क्रम सूचि तैयार की जाती है और प्रवेश दिया जाता है.लेकिन कलिजोंकी संख्या कम है. इंजीनियरिंग कोर्स इंजीनियरिंग में स्तानक स्तर पर आजकल लगभग ते ३५-४० कोर्स हो है.लेकिन हर कॉलेज या विश्व विद्यालय में इन की शिक्षा नहीं डी जाती है.अत: परिशिष्ट १